जगदलपुर में हादसा: एयरपोर्ट पर लैंड करने से पहले DRDO का ड्रोन हाईवे के किनारे क्रैश, फायर डिपार्टमेंट के ऑफिस की दीवार टूटी
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ड्रोन के क्रैश होने के बाद DRDO और एयरपोर्ट से अफसर पहुंचे और उसे वापस एयरपोर्ट ले गए।
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में एयरपोर्ट से लगी सड़क पर रोज की तरह लोगों की आवाजाही थी, तभी तेज आवाज करते हुए प्लेन की तरह दिखने वाले चीज आसमान से आ गिरी। नक्सल प्रभावित जिले में हुई इस घटना ने लोगों को डरा दिया। कुछ देर बाद उन्हें पता चला कि ये रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) का ड्रोन है।
घटना के बाद एयरपोर्ट से अफसर मौके पर पहुंचे और करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद ड्रोन का हटाया। रविवार शाम यह हादसा हवाई अड्डे के पास नेशनल हाईवे के किनारे हुआ। कुछ लोग इसकी चपेट में आने से बाल-बाल बचे।
जानकारी के मुताबिक, यह ड्रोन कुछ समय पहले DRDO ने मंगवाया था। इसे नेशनल टेक्निकल रिसर्च आर्गनाइजेशन NTRO की टीम उड़ा रही थी। खबर है कि यह ड्रोन ट्रायल के तहत उड़ाया जा रहा था।
चश्मदीदों ने बताया कि ड्रोन अचानक NH पर डिवाइडर से टकराते हुए सीधे सड़क किनारे निगम के फायर ब्रिगेड ऑफिस की बाउंड्री वाल से टकरा गया। ड्रोन की टक्कर से दीवार टूट गई। साथ ही ड्रोन भी 2 टुकड़ों में बंट गया।
SP दीपक कुमार झा ने बताया कि यह ड्रोन ट्रेनिंग के लिए मंगवाया गया था। तकनीकी कारणों से ड्रोन हवाई पट्टी के पहले ही गिर गया। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जाएगी
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पुलिस और नेशनल टेक्निकल रिसर्च आर्गनाइजेशन ( NTRO) जिले में ड्रोन का इस्तेमाल करती है। नक्सलियों के मूवमेंट और खनिज खदानों की मॉनिटरिंग के लिए इनका इस्तेमाल होता है। NTRO पहले भिलाई से अपने ऑपरेशंस चलाती थी। पिछले 4 साल से ये टीम जगदलपुर एयरपोर्ट से काम करती है।
खबर है कि इस तरह के उपकरणों से नक्सली गतिविधियों की पुख्ता जानकारी हासिल की जा रही है।