पेट्रोलियम मंत्री का सोनिया को जवाब: प्रधान बोले- पेट्रोल-डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स महाराष्ट्र-राजस्थान में, दोनों जगह कांग्रेस की ही सरकार
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी और पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम कम करने की मांग की थी।
देश में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर केंद्र सरकार और विपक्ष जुबानी तकरार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी और बढ़े हुए दाम कम करने की मांग की थी। अब इस मसले पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को समझना चाहिए कि राजस्थान, महाराष्ट्र ऐसे राज्य हैं, जो सबसे अधिक टैक्स लगाते हैं और दोनों ही जगह कांग्रेस की सरकार है। लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य दोनों की कमाई पर फर्क पड़ा था। केंद्र की ओर से बड़े स्तर पर खर्च नई नौकरियां बनाने में किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने बढ़ते दामों पर कहा कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है, जिसका असर आम आदमी पर पड़ रहा है। आने वाले दिनों में यह धीरे-धीरे कम होता जाएगा।
एक्साइज ड्यूटी पर उठाए थे सवाल
सोनिया ने लिखा था कि बीते साढ़े छह सालों में सरकार ने डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 820% और पेट्रोल पर 258% बढ़ाई है। इससे सरकार ने लोगों से 21 लाख करोड़ रुपए कमाए हैं। अब यह पैसा उन लोगों तक पहुंचना चाहिए, जिनके लिए इसे इकट्ठा किया गया है।
देश का मिडिल क्लास मुश्किल में : सोनिया
उन्होंने लिखा था कि देश में बड़े पैमाने पर नौकरियां खत्म हुई हैं और लोगों की आय भी कम हुई है। देश का मिडिल क्लास इस वक्त परेशानियों से जूझ रहा है। देश में महंगाई बढ़ी है और जरूरी सामानों की कीमतों में भी इजाफा किया गया है। इससे लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं, लेकिन इस तरह के मुश्किल हालातों में भी सरकार लोगों की मुसीबतों और परेशानियों से फायदा उठाना नहीं छोड़ रही।
पेट्रोल-डीजल महंगा होने की 3 वजहें
कच्चा तेल 13 महीनों में सबसे महंगे स्तर पर है। इस साल कच्चा तेल अब तक 23% तक महंगा हो चुका है। 1 जनवरी को ब्रेंट क्रूड का रेट 51 डॉलर प्रति बैरल था। अब यह 63 डॉलर के पार निकल गया है। इसकी वजह यह है कि दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों में पॉजिटिव ग्रोथ देखी जा रही है। इससे फ्यूल डिमांड बढ़ी है। केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी नहीं घटा रही।
अगर दिल्ली का उदाहरण लें तो यहां एक लीटर पेट्रोल पर 32.90 रुपए और डीजल पर 31.80 रुपए की एक्साइज ड्यूटी लगती है। राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर वैट भी लगाती हैं। जैसे- दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल में वैट के 20.61 रुपए शामिल हैं।